रेमन मैग्सेसे अवार्ड 2024

प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक और स्टूडियो घिबली के सह-संस्थापक, हयाओ मियाज़ाकी को 2024 का प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार अक्सर एशिया का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है, जो मियाज़ाकी के सिनेमा और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करता है।

हायाओ मियाज़ाकी का परिचय

हायाओ मियाज़ाकी विश्व विख्यात फिल्म निर्देशक और स्टूडियो घिबली के सह-संस्थापक हैं। वे अपनी एनिमेटेड फिल्मों के लिए प्रसिद्ध हैं, जिनमें ‘स्पिरिटेड अवे’ और ‘प्रिंसेस मोनोनोके’ जैसी फिल्में शामिल हैं। मियाज़ाकी अपनी फिल्मों में प्रकृति और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों का चित्रण करते हैं। वे पारंपरिक, हाथ से बनाई गई एनीमेशन को प्राथमिकता देते हैं, जो उनकी फिल्मों को एक अनूठा और क्लासिक रूप देती है। हालांकि मियाज़ाकी कई बार अपने सेवानिवृत्ति की घोषणा कर चुके हैं, उनकी कहानी कहने की लगन उन्हें बार-बार फिल्म निर्माण में वापस लाती है। हायाओ मियाज़ाकी का फिल्म ‘प्रिंसेस मोनोनोके’ बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता रही थी और एनिमेटेड फिल्मों के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया था। मियाज़ाकी को उड्डयन के प्रति गहरा प्रेम है, जो उनकी कई फिल्मों में दिखाई देता है। उनकी कहानी कहने की शैली विशेष है, क्योंकि वे कल्पनाओं को गहरे भावनात्मक विषयों के साथ जोड़ते हैं, जिससे उनकी फिल्में दोनों ही सराहनीय और प्रभावशाली बनती हैं।

अवार्ड का महत्व

हायाओ मियाज़ाकी को 2024 का रेमन मैग्सेसे अवार्ड मिलना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके द्वारा कला के माध्यम से कठिन विषयों को बच्चों के लिए आसान बनाने की क्षमता को मान्यता देता है। उनकी फिल्में केवल मनोरंजन नहीं करतीं, बल्कि लोगों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर सोचने के लिए प्रेरित भी करती हैं। यह अवार्ड उनके कार्य की वैश्विक प्रभावशीलता को भी उजागर करता है और कैसे उन्होंने कई लोगों के दिलों को छुआ है।

स्टूडियो घिबली की विरासत

मियाज़ाकी के नेतृत्व में, स्टूडियो घिबली दुनिया के सबसे सम्मानित एनिमेशन स्टूडियोज में से एक बन गया है। हाल ही में, स्टूडियो ने कान फिल्म फेस्टिवल में मानद पामे डी’ओर पुरस्कार प्राप्त कर इतिहास रच दिया। मियाज़ाकी ने ‘द बॉय एंड द हेरोन’ के निर्देशन के लिए अपनी सेवानिवृत्ति से वापसी की, जिसे आलोचकों ने सराहा और उसे सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फीचर के लिए अकादमी पुरस्कार मिला। इस लगातार सफलता ने दिखाया है कि सिनेमा की दुनिया में मियाज़ाकी का काम कितना प्रभावशाली और स्थायी है।

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रेमन मैग्सेसे अवार्ड के बारे में

रेमन मैग्सेसे अवार्ड 1957 में एशिया में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करने के लिए स्थापित किया गया था। यह पुरस्कार फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति के नाम पर रखा गया है और इसमें सामुदायिक नेतृत्व, सरकारी सेवा, और पत्रकारिता जैसी श्रेणियों में उपलब्धियों को मान्यता दी जाती है। इसे “एशिया का नोबेल पुरस्कार” भी कहा जाता है और यह 300 से अधिक लोगों को दिया जा चुका है, जिनमें ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और मदर टेरेसा जैसी प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल हैं। इस पुरस्कार का चयन प्रक्रिया निष्पक्ष होती है क्योंकि नामांकित व्यक्तियों के नाम गुप्त रखे जाते हैं। अवार्ड का उद्देश्य सामाजिक न्याय, ईमानदारी, और नागरिकता को बढ़ावा देना है और यह उन लोगों को सम्मानित करता है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में साहस का परिचय दिया है।

हाल के अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय पुरस्कार विजेता

  1. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर:
    • नोबेल शांति पुरस्कार 2023: नर्गिस मोहम्मदी, जो एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, को महिलाओं के अधिकारों और ईरान में स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
    • ऑस्कर 2024 (अकादमी पुरस्कार): क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ‘ओप्पेनहाइमर’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता। इसके साथ ही, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार सोफिया कोपोला को उनकी फिल्म ‘प्रिसिला’ के लिए दिया गया।
    • बुकर पुरस्कार 2023: सारा बर्न्स ने अपनी किताब ‘द लास्ट ग्रेन’ के लिए बुकर पुरस्कार जीता।
  2. भारत में:
    • भारतरत्न 2024: भारतीय फिल्म उद्योग के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को उनके सांस्कृतिक योगदान के लिए भारतरत्न से सम्मानित किया गया।
    • दादा साहब फाल्के पुरस्कार 2023: भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए निर्देशक एस.एस. राजामौली को यह पुरस्कार दिया गया।
    • ज्ञानपीठ पुरस्कार 2023: हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए महाश्वेता देवी को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ये पुरस्कार न केवल प्राप्तकर्ताओं के कार्यों को मान्यता देते हैं, बल्कि समाज में उनके द्वारा किए गए योगदान को भी उजागर करते हैं।

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