बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित 63वीं नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में वीत्या रामराज ने महिलाओं की 400 मीटर हर्डल्स में 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया। उन्होंने इस दौड़ को 56.23 सेकंड में पूरा किया, जो 1985 में भारतीय एथलीट पी.टी. उषा द्वारा बनाए गए 56.80 सेकंड के पिछले रिकॉर्ड से बेहतर है।
रिकॉर्ड का महत्व
वीत्या की यह उपलब्धि केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं है; बल्कि यह भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। पी.टी. उषा को “भारतीय ट्रैक एंड फील्ड की रानी” कहा जाता है, और उनके द्वारा स्थापित रिकॉर्ड को लगभग चार दशकों तक कोई नहीं तोड़ सका था। इस रिकॉर्ड को तोड़कर वीत्या ने न केवल अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है, बल्कि भारतीय एथलेटिक्स में एक नया आयाम भी जोड़ा है।
पुरुषों की प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन
इस चैंपियनशिप में पुरुषों की प्रतियोगिताओं में भी बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला। तमिलनाडु के नितिन ने पुरुषों की 200 मीटर दौड़ का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 20.66 सेकंड में दौड़ पूरी की, जो पहले अनिमेष कुजूर के नाम था। अन्य उल्लेखनीय प्रदर्शन इस प्रकार रहे:
- 800 मीटर: पी. मोहम्मद ने 1:48.10 के समय के साथ दौड़ पूरी की।
- 10,000 मीटर: अभिषेक ने 29:48.18 में दौड़ पूरी की।
- 400 मीटर हर्डल्स: अमन ने 50.52 सेकंड का समय दर्ज किया।
महिलाओं की प्रतियोगिताओं से मुख्य झलकियां
महिलाओं की प्रतियोगिताओं में भी कई उत्कृष्ट प्रदर्शन हुए। अंसी सोजन ने लंबी कूद में 6.71 मीटर की छलांग लगाकर चैंपियनशिप्स की सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट का खिताब अपने नाम किया। अन्य प्रमुख प्रदर्शन इस प्रकार थे:
- 200 मीटर: नित्या गांधे ने 23.51 सेकंड में दौड़ पूरी की।
- 800 मीटर: चंदा ने 2:01.16 का समय दर्ज किया।
- 10,000 मीटर: सीमा ने 33:56.86 में दौड़ पूरी की।
पुरस्कार और समग्र उपलब्धियां
इस चैंपियनशिप्स के अंत में कई एथलीटों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। वीत्या रामराज (400 मीटर हर्डल्स) और नितिन (200 मीटर) को इवेंट के उत्कृष्ट एथलीट के रूप में चुना गया। टीम चैंपियनशिप्स में महिलाओं की श्रेणी में रेलवे और पुरुषों की श्रेणी में सर्विसेज़ ने खिताब जीता, जबकि रेलवे ने समग्र खिताब भी अपने नाम किया।