25 जुलाई 2024 को भारतीय नौसेना के प्रमुख युद्धपोत, आईएनएस तबर, चार दिवसीय दौरे पर रूस के सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचे, जहाँ उन्होंने 328वें रूसी नौसेना दिवस परेड में हिस्सा लिया। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और रूस के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों और विभिन्न क्षेत्रों में फैले समुद्री सहयोग को और सुदृढ़ करना था। आईएनएस तबर की इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मित्रतापूर्ण संबंधों को और मजबूती प्रदान की।
नौसैनिक सहयोग में बढ़ोतरी
भारत और रूस के बीच नौसेना सहयोग का एक समृद्ध इतिहास है, और आईएनएस तबर की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य इस पुरानी दोस्ती को मजबूत करना था। इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच नए सहयोग के रास्ते खोजने की संभावनाओं को भी बढ़ाया। भारत और रूस दोनों ही समुद्री क्षेत्र में सहयोग को और गहराने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद करेगा।
समुद्री साझेदारी अभ्यास (MPX) की सफलता
सेंट पीटर्सबर्ग से प्रस्थान करने के बाद, आईएनएस तबर ने रूसी नौसेना के जहाज, सूबरज़ितेलनी के साथ 30 जुलाई 2024 को सफलतापूर्वक एक समुद्री साझेदारी अभ्यास (MPX) किया। यह अभ्यास भारत-रूस समुद्री सहयोग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस अभ्यास में दोनों नौसेनाओं ने अपने उच्चतम स्तर के पेशेवर कौशल और इंटरऑपरेबिलिटी का प्रदर्शन किया।
इस MPX में कई जटिल नौसैनिक अभ्यास शामिल थे, जैसे:
- संचार अभ्यास
- खोज और बचाव (SAR) तकनीक
- समुद्र में पुनःपूर्ति (RAS) संचालन
इन अभियानों को कुशलतापूर्वक अंजाम देकर दोनों नौसेनाओं ने समुद्री क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
वैश्विक नौसेना साझेदारियों को मजबूत करना
भारतीय नौसेना विश्व भर की नौसेनाओं के साथ साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और रूसी नौसेना के साथ MPX अभ्यास दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय नौसैनिक संबंधों का प्रमाण है। यह अभ्यास समुद्री क्षेत्र में बढ़ते सहयोग को दर्शाता है और क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
328वें रूसी नौसेना दिवस परेड में आईएनएस तबर की भागीदारी और इसके बाद हुए MPX अभ्यास ने भारत और रूस के बीच समुद्री सहयोग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, जिससे आपसी समझ और सहयोग को बढ़ावा मिला है।