ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका से 1,000 से अधिक अतिरिक्त स्टिंगर मिसाइलें खरीदने की योजना बनाई है। यह कदम चीन से बढ़ते सैन्य खतरों के जवाब में उठाया गया है। ताइवान को अपनी वायु रक्षा प्रणालियों को बेहतर बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि चीन की सैन्य गतिविधियों में तेजी आई है, खासकर ताइवान की सीमाओं के पास।
ऐतिहासिक खरीदारी
पिछले वर्षों में, ताइवान ने स्टिंगर मिसाइलों की कई खरीदारी की है:
- 2015: ताइवान की नौसेना ने 250 स्टिंगर मिसाइलें खरीदीं।
- 2019: ताइवान की सेना ने अतिरिक्त 250 मिसाइलों का ऑर्डर दिया।
ये खरीदारी ताइवान की सेना को संभावित खतरों के खिलाफ मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा थीं।
वर्तमान खरीदारी योजनाएँ
ताइवान ने हाल ही में 1,985 स्टिंगर मिसाइलों का ऑर्डर दिया है, जिसकी कुल लागत लगभग NT$55.54 बिलियन (लगभग USD 1.8 बिलियन) है। इस ऑर्डर में शामिल हैं:
- सेना: 549 लॉन्च सिस्टम और पहचान प्रणाली (IFF) जो मित्रवत और शत्रुतापूर्ण बलों के बीच पहचान कर सकें।
- नौसेना: 45 मैन-पोर्टेबल मिसाइलें, 15 लॉन्च सिस्टम, और 15 IFF उपकरण।
इन नए सिस्टमों की डिलीवरी 2031 तक पूरी होने की उम्मीद है।
अमेरिका को तात्कालिक अनुरोध
मार्च में, ताइवान की सेना ने संयुक्त राज्य अमेरिका को 11 तात्कालिक पत्र भेजे, जिसमें उन्होंने पहले अनुरोधित 250 मिसाइलों की आवश्यकता पर जोर दिया। यह ताइवान की वायु रक्षा को बढ़ाने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों को दर्शाता है, खासकर तब जब क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहे हैं।
चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ
चीन ने ताइवान के आसपास अपनी सैन्य गतिविधियों में इजाफा किया है। इसमें ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में बार-बार घुसपैठ और नौसैनिक अभ्यास शामिल हैं। हाल ही में, ताइवान ने अपनी सीमाओं के निकट कई चीनी विमानों और जहाजों का पता लगाया है, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है और ताइवान को अपनी सैन्य तैयारियों को मजबूत करने के लिए प्रेरित किया है।