कुष्ठ रोग समाप्त करने वाला विश्व का पहला देश : जॉर्डन


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जॉर्डन को आधिकारिक तौर पर कुष्ठ रोग को समाप्त करने वाला पहला देश घोषित किया है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने इस उपलब्धि की सराहना की और कहा कि जॉर्डन ने न केवल रोग के प्रसार को रोका, बल्कि इससे जुड़े कलंक का भी सफलतापूर्वक मुकाबला किया है।

उपलब्धि का महत्व
जॉर्डन की यह सफलता सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर है। इससे यह साबित होता है कि सही रणनीतियों के माध्यम से देश न केवल बीमारियों को खत्म कर सकते हैं, बल्कि उनके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों को भी कम कर सकते हैं। WHO दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक सैमा वाजेद के अनुसार, इस सफलता का मतलब केवल बीमारी को रोकना नहीं है, बल्कि इसके मानसिक और सामाजिक प्रभावों से भी लड़ना है।

जॉर्डन में कुष्ठ रोग का इतिहास
पिछले 20 वर्षों से जॉर्डन में कोई स्वदेशी कुष्ठ रोग का मामला दर्ज नहीं हुआ है। यह उपलब्धि देश की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और स्वास्थ्य कार्यक्रमों की सफलता को दर्शाती है, जो रोग नियंत्रण और उसे समाप्त करने पर केंद्रित हैं।

डब्ल्यूएचओ की एक स्वतंत्र टीम ने जॉर्डन में जाकर जांच की कि क्या सच में कुष्ठ रोग समाप्त हो चुका है। सावधानीपूर्वक समीक्षा के बाद, उन्होंने पुष्टि की कि जॉर्डन ने सफलतापूर्वक कुष्ठ रोग का उन्मूलन कर दिया है।

अन्य देशों के लिए संदेश
डब्ल्यूएचओ की पूर्वी भूमध्यसागरीय क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हनन बल्खी के अनुसार, जॉर्डन की यह उपलब्धि अन्य देशों के लिए एक उदाहरण हो सकती है। यह दिखाता है कि उचित योजना और क्रियान्वयन के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों को कैसे पार किया जा सकता है।

कुष्ठ रोग क्या है?
कुष्ठ रोग, जिसे हैनसेन रोग के नाम से भी जाना जाता है, एक दीर्घकालिक संक्रामक बीमारी है जो मायकोबैक्टीरियम लेप्रे नामक जीवाणु के कारण होती है। यह त्वचा, नसों और शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित कर सकती है। यदि प्रारंभिक चरण में निदान और इलाज किया जाए, तो गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है।

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जॉर्डन के बारे में

समृद्ध इतिहास और संस्कृति का देश

जॉर्डन मध्य पूर्व का एक महत्वपूर्ण देश है, जो अपने समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह प्राचीन शहर पेट्रा का घर है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। पेट्रा अपनी पत्थर की नक्काशीदार इमारतों और अद्वितीय वास्तुकला के लिए दुनियाभर में मशहूर है।

जॉर्डन की राजधानी अम्मान दुनिया के सबसे पुराने लगातार बसे हुए शहरों में से एक है। धार्मिक इतिहास में जॉर्डन नदी का भी महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि यह वही स्थान है जहाँ ईसा मसीह का बपतिस्मा हुआ था।

प्राकृतिक सुंदरता
जॉर्डन का वादी रम, जिसे ‘मून वैली’ (चंद्रमा की घाटी) के नाम से भी जाना जाता है, अपनी सुंदर रेगिस्तानी परिदृश्य और रहस्यमयी पहाड़ियों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, जॉर्डन मृत सागर का भी घर है, जो पृथ्वी की सबसे निचली सतह है और अपने खारे पानी और उपचारात्मक गुणों के लिए प्रसिद्ध है।

संस्कृति और व्यंजन
जॉर्डन का राष्ट्रीय व्यंजन मंसफ है, जो अपने अद्वितीय स्वाद और पारंपरिक तैयारी के लिए जाना जाता है। यह भोजन जॉर्डन की सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है और विशेष अवसरों पर परोसा जाता है।

प्राकृतिक धरोहर
जॉर्डन में दुनिया का सबसे बड़ा जैतून का पेड़ भी है, जिसकी आयु 2,000 वर्षों से अधिक है। यह पेड़ जॉर्डन की गहरी कृषि और जैतून तेल उत्पादन परंपरा का प्रतीक है।

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