प्रधानमंत्री की 40 वर्ष बाद ऐतिहासिक ब्रुनेई यात्रा

3 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक दौरे के तहत ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगावन में कदम रखा। यह यात्रा विशेष है क्योंकि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली आधिकारिक यात्रा है। भारत और ब्रुनेई के बीच 10 मई 1984 को राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे, और यह दौरा उनके 40 साल के संबंधों का उत्सव है। इस दौरे का हिस्सा सिंगापुर भी था, और यह 3 से 5 सितंबर 2024 तक चला।

भारत-ब्रुनेई संबंध: एक नई दिशा

एक्ट ईस्ट नीति के साथ तालमेल

ब्रुनेई और सिंगापुर दोनों ही आसियान (ASEAN) के सदस्य हैं और भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह नीति भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का लक्ष्य रखती है। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा भारत और ब्रुनेई के बीच बढ़ते कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

यात्रा की मुख्य झलकियां

सुल्तान द्वारा भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी के ब्रुनेई आगमन पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया, जो दुनिया के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राट हैं, ने खुद प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। यह ब्रुनेई द्वारा भारत और इसके नेतृत्व के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

इस्ताना नुरुल इमान महल में भोज

प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में इस्ताना नुरुल इमान महल में एक राजकीय भोज का आयोजन किया गया, जो दुनिया का सबसे बड़ा महल है। इस भोज में दोनों देशों के नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जिसने द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ किया।

सांस्कृतिक साझेदारी

प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रुनेई के प्रमुख धार्मिक स्थल ओमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया, जो ब्रुनेई की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक है। यह यात्रा ब्रुनेई के प्रति भारत के सम्मान और सांस्कृतिक साझेदारी को दर्शाती है।

भारत-ब्रुनेई संबंध: एक व्यापक दृष्टिकोण

कूटनीतिक संबंध

भारत और ब्रुनेई ने 1984 में औपचारिक रूप से अपने राजनयिक संबंध स्थापित किए थे। भारत ने 1992 में ब्रुनेई में अपना उच्चायोग स्थापित किया, जिसने दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को और मजबूत किया।

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रक्षा सहयोग

भारत और ब्रुनेई ने 2016 में रक्षा सहयोग पर एक समझौता किया, जिसे 2021 में नवीनीकृत किया गया। इस सहयोग के तहत:

  • उच्चस्तरीय बैठकें
  • नौसेना और कोस्ट गार्ड के जहाजों का दौरा
  • संयुक्त अभ्यास
  • रक्षा प्रदर्शनियों में भागीदारी शामिल हैं।

यह समझौता भारत और ब्रुनेई के बीच बढ़ते रणनीतिक सहयोग का संकेत है।

ब्रुनेई: एक संक्षिप्त जानकारी

  • राजधानी: बंदर सेरी बेगावन
  • मुद्रा: ब्रुनेई डॉलर
  • राष्ट्र प्रमुख: सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया
  • आर्थिक ताकत: ब्रुनेई की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस पर निर्भर है, और यह एशिया के सबसे धनी देशों में गिना जाता है।

भारत-ब्रुनेई: अंतरिक्ष और तेल क्षेत्र में सहयोग

भारत और ब्रुनेई ने अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में कई समझौते किए हैं। भारत ने 2000 में ब्रुनेई में एक Telemetry, Tracking, and Command (TTC) स्टेशन स्थापित किया, जो भारत के उपग्रह प्रक्षेपणों की निगरानी करता है। इसके अलावा, ब्रुनेई के विशाल तेल भंडार दोनों देशों के बीच सहयोग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं।

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